मैं कोई आस नहीं
तेरा विश्वास नहीं
ज़िन्दगी के साथ बढ़ते
उस भीड़ के साथ नहीं
कही राह पर रुक
मेरा इंतज़ार न कर
मैं तो एक ख्वाब हु
इस ख्वाब से तू प्यार न कर /
वो दिन अब है ढल चुके
कल बने रिश्ते छूट चुके
समझौता के हर पहलु
बीते दिन के बात हुए
कुछ अनिच्छा ,
इच्छा का आभार न कर
मैं तो एक ख्वाव हु
इस ख्वाब से तू प्यार न कर //